Sunday, 25 November 2007

दीपावली आई और चली गई । शुभकामना संदेशो का आदान प्रदान भी हुआ !

दीपावली आई और चली गई । शुभकामना संदेशो का आदान प्रदान भी हुआ !
कुछ संदेश ऐसे भी मिले जो कुछ सोचने को प्रेरित करते हैं ! प्रस्तुत हैं ऐसी ही शुभकामनायें ! आपकी प्रतिक्रियाओं की अपेक्षा के साथ०००००
विवेक रंजन श्रीवास्तव
Jabalpur (M.P.) 482008 India

ई मेल vivek1959@yahoo.co.in
blog http://vivekkikavitaye.blogspot.com


काँपती दिये की लौ
देती है संदेश
राजनीति के खेल में
बरबाद नहो जाये देश

सियासत में आया
फिर तुगलक का साया
पूरब में लालू
उत्तर में माया
बदल गई फिर परिभाषा

फिर झूठ हुआ सम्मानित
अन्तिम विजय असत्य की
फिर सत्य हुआ अपमानित

कोई फिर रहा है भूखा और नंगा
कहीं बह रही है सोने की गंगा

किसी को मिलता है लाखों का वेतन
किसी को रुलाता है पेंशन का टेंशन
लक्ष्मी मैया कर रहीं
यह कैसा ड्रांइंग डिसवर्शन

ऐसे नाजुक विव्हल क्षण में
दीपावली की शुभकामना और अभिनंदन

००००००००००००० द्वारा ० सूर्य प्रकाश श्रीवास्तव
मोबा० ९१ ९८९३२५८९९२
जिला विधिक सहायता अधिकारी जबलपुर

ऐसी ही एक और मंगल कामना ०००

आओ चलें अंधकार से प्रकाश की ओर
महलों से कुटियों की ओर
शहरों से गावों की ओर

ताकि हम जान सकें कि
हमारे ही कितने बन्धु
हैं अशिक्षित असहाय और अस्वस्थ

और हम इनके लिये कर सकें
शिक्षा और संस्कार की व्यवस्था
जुटा सकें भोजन व स्वास्थ्य सुविधा
ला सकें पानी और प्रकाश उनके जीवन में

तभी सार्थक होगा
दीपावली मनाना
मानव जीवन पाना


००००००००००००० द्वारा ० प्रहलाद गुप्ता
मोबा० ९१ ९४२५३२३३४७
जबलपुर

गाँव में गली का
बोहराओं में अली का
पर्वों में दीपावली का महत्व है

भीलों में तीर का
मीठे में खीर का
वीरों में महावीर का महत्व है

बोली में वाणी का
प्यासो में पानी का
नगरों में संस्कारधानी का महत्व है

बिजली में तार का
पति पत्नी में प्यार का
जन्म दिन में उपहार का महत्व है

डिण्डोरी में बैगा चेतु का
ग्रहों में राहु केतु का
सेतु में राम सेतु का महत्व है

००००००००००००० द्वारा ० नारायण गुप्ता
मोबा० ९१ ९४२५४१०७८५
जबलपुर

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