कृति ...सकारात्मक सपने
लेखिका ...अनुभा श्रीवास्तव प्रकाशक ... डायमण्ड पाकेट बुक्स दिल्ली
साहित्य अकादमी म प्र. संस्कृति परिषद के सहयोग से प्रकाशित
मूल्य ...११० रु
पृष्ठ .. १२४
युवा लेखिका ने समय समय पर यत्र तत्र विभिन्न विषयो पर युवा सरोकारो के स्फुट आलेख लिखे , जिनमें से शाश्वत मूल्यो के आलेखो को प्रस्तुत पुस्तक में संग्रहित कर प्रकाशित किया गया है . खूशी की तलाश , आपदा प्रबंधन , कन्या भ्रूण हत्या , स्थाई चरित्र निर्माण हेतु नैतिकता की आवश्यकता , कम्प्यूटर से जीवन जीने की कला सीखने की प्रेरणा , देश बनाने की जबाबदारी युवा कंधों पर , कचरे के खतरे , धार्मिक पर्यटन की विरासत , आरक्षण धर्म और संस्कृति , आम सहमति से समस्याओ का स्थाई निदान , कागज जलाना मतलब पेड जलाना , भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई , तोड़ फोड़ राष्ट्रीय अपव्यय , शब्द मरते नहीं , कैसे हो गांवो का विकास , मुखिया मुख सो चाहिये , गर्व है सेना और संविधान पर , कार्पोरेट जगत और हिन्दी , संचार क्रांति , भ्रष्टाचार के विरुद्ध लडाई , महिलायें समाज की धुरी , जीवन और मूल्य जैसे समसामयिक विषयो पर आज के युवा मन के विचारो को प्रतिबिंबित करते छोटे छोटे सारगर्भित तथ्यपूर्ण आलेखो में अभिव्यक्त किया गया है . लेख विषय की सहज अभिव्यक्ति करते हैं व मानसिक भूख शांत करते हैं . किताब प्रमुख बुक स्टोर्स पर उपलब्ध है , sales@dpb.in से या डायमण्ड पाकेट बुक्स ओखला इंडस्ट्रियल स्टेट दिल्ली २० से मंगवाई जा सकती है . पुस्तक पढ़ने योग्य है ,वैचारिक स्तर पर संदर्भ हेतु संग्रहणीय भी है . युवाओ हेतु विषेश रूप से बहुउपयोगी है .
लेखिका ...अनुभा श्रीवास्तव प्रकाशक ... डायमण्ड पाकेट बुक्स दिल्ली
साहित्य अकादमी म प्र. संस्कृति परिषद के सहयोग से प्रकाशित
मूल्य ...११० रु
पृष्ठ .. १२४
युवा लेखिका ने समय समय पर यत्र तत्र विभिन्न विषयो पर युवा सरोकारो के स्फुट आलेख लिखे , जिनमें से शाश्वत मूल्यो के आलेखो को प्रस्तुत पुस्तक में संग्रहित कर प्रकाशित किया गया है . खूशी की तलाश , आपदा प्रबंधन , कन्या भ्रूण हत्या , स्थाई चरित्र निर्माण हेतु नैतिकता की आवश्यकता , कम्प्यूटर से जीवन जीने की कला सीखने की प्रेरणा , देश बनाने की जबाबदारी युवा कंधों पर , कचरे के खतरे , धार्मिक पर्यटन की विरासत , आरक्षण धर्म और संस्कृति , आम सहमति से समस्याओ का स्थाई निदान , कागज जलाना मतलब पेड जलाना , भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई , तोड़ फोड़ राष्ट्रीय अपव्यय , शब्द मरते नहीं , कैसे हो गांवो का विकास , मुखिया मुख सो चाहिये , गर्व है सेना और संविधान पर , कार्पोरेट जगत और हिन्दी , संचार क्रांति , भ्रष्टाचार के विरुद्ध लडाई , महिलायें समाज की धुरी , जीवन और मूल्य जैसे समसामयिक विषयो पर आज के युवा मन के विचारो को प्रतिबिंबित करते छोटे छोटे सारगर्भित तथ्यपूर्ण आलेखो में अभिव्यक्त किया गया है . लेख विषय की सहज अभिव्यक्ति करते हैं व मानसिक भूख शांत करते हैं . किताब प्रमुख बुक स्टोर्स पर उपलब्ध है , sales@dpb.in से या डायमण्ड पाकेट बुक्स ओखला इंडस्ट्रियल स्टेट दिल्ली २० से मंगवाई जा सकती है . पुस्तक पढ़ने योग्य है ,वैचारिक स्तर पर संदर्भ हेतु संग्रहणीय भी है . युवाओ हेतु विषेश रूप से बहुउपयोगी है .
No comments:
Post a Comment