Saturday 19 December, 2009

कार पंचर हो तो ड्राइवर को इंडीकेशन मिले !!!!!!!

कार पंचर हो तो ड्राइवर को इंडीकेशन मिले !!!!!!!

विवेक रंजन श्रीवास्तव
मो +९१९४२५८०६२५२

कार में बजता होता है तेज संगीत , चलता होता है ए.सी., बंद होती है कांच .. आप मस्त और व्यस्त होते हैं साथ बैठे लोगो से बातों में ....
तभी किसी टायर में होने लगती है हवा कम ... घुस गई होती है कोई कील .. टायर पंचर हो जाता है ..
पर इसका पता आपको तब लगता है जब कार लहराने को ही होती है .. ट्यूब और रिम ड्रम लड़ भिड़ चुके होते हैं , ट्यूब खराब हो जाता है ... ऐसा हुआ ही होगा आपके भी साथ कभी न कभी ...
यूं तो आजकल ट्यूबलैस टायर लग रहे हैं ...पर फिर भी लोअर सैगमेंट वाली कारो में तो पुराने तरह के ही टायर हैं न ..
मेरा आइडिया है कि टायर में सेंसर लगाये जायें जिससे हवा का प्रेशर कम होते ही ड्राइवर को सिगनल मिल जाये कि अब हवा भरवाई जानी चाहिये ....
aapke kimti vote ki darkar hai .... AUR ab to votig compulsory ho rahi hai Gujrat se shuruvat bhi hone ko hai , so... please vote for me
http://www.wagonrsmartideas.com/index.php?option=com_comprofiler&task=userProfile&user=1417

Sunday 13 December, 2009

क्या मुझसे सहमत है आप ???

नवाचार का स्वागत ....
हम सब अपनी कार को करते हैं प्यार ..
कही लग जाये थोड़ी सी खरोंच तो हो जाते हैं उदास ..
मित्रो से , पड़ोसियों से , परिवार जनो से करते हैं कार को लेकर ढ़ेर सी बात ...
केवल लक्जरी नही है , अब जरूरत ... है कार
घर की दीवारो पर हम करवाते हैं मनपसंद रंग , , अब तो वालपेपर या प्रंटेड दीवारो का है फैशन ..
फिर क्यो? कार पर हो वही एक रंग का , रटा पिटा कंपनी का कलर , क्यों न हो हमारी कार युनिक??जिसे देखते ही झलके हमारी अपनी अभिव्यक्ति , विशिष्ट पहचान हो हमारी अपनी कार की ...
कार के भीतर भी ,
कार में बिताते हैं हम जाने कितना समय
रोज फार्म हाउस से शहर की ओर आना जाना , या घंटो सड़को के जाम में फंसे रहना ..
कार में बिताया हुआ समय प्रायः हमारा होता है सिर्फ हमारा
तब उठते हैं मन में विचार , पनपती है कविता
हम क्यों न रखे कार का इंटीरियर मन मुताबिक ,क्यों न उपयोग हो एक एक क्युबिक सेंटीमीटर भीतरी जगह का हमारी मनमर्जी से ..
क्यो कंपनी की एक ही स्टाइल की बेंच नुमा सीटें फिट हो हमारी कार में .. जो प्रायः खाली पड़ी रहे , और हम अकेले बोर होते हुये सिकुड़े से बैठे रहें ड्राइवर के डाइगोनल ..
क्या अच्छा हो कि हमारी कार के भीतर हमारी इच्छा के अनुरूप सोफा हो , राइटिंग टेबल हो , संगीत हो , टीवी हो , कम्प्यूटर हो ,कमर सीधी करने लायक व्यवस्था हो , चाय शाय हो , शेविंग का सामान हो , एक छोटी सी अलमारी हो , वार्डरोब हो कम से कम दो एक टाई , एक दो शर्ट हों ..ड्राइवर और हमारे बीच एक पर्दा हो ..
बहुत कुछ हो सकता है ....
बस जरूरत है एक कंपनी की जो कार बनाने वाली कंपनियो से कार का चैसिस खरीदे और फिर ले आपसे आर्डर , आपकी कार को कस्टमाइज करने का ...

यही तो है मेरा आइडिया , क्या मुझसे सहमत है आप ???
इस विचार को मैने जमा किया है www.wagonrsmartideas.com में
आपसे है गुजारिश कि कृपया http://www.wagonrsmartideas.com/index.php?option=com_comprofiler&task=userProfile&user=1417 पर क्लिक करके मुझे अपना अनमोल मत जरूर दें ....और करे नवाचार का स्वागत ....

आपका
विवेक रंजन श्रीवास्तव